एक मूर्ख शेर की कहानी | Murkh Sher Ki Kahani

आज हम आपको एक मूर्ख शेर की कहानी सुनाने वाले है। वैसे तो आप इसे चालाक खरगोश और शेर की कहानी भी कह सकते है। शेर वाली कहानी तो आपने बहुत सुनी होगी लेकिन आज आप कुछ नई कहानी सुनाने वाले है।

तो चलिए अब हम शुरू करते है मूर्ख शेर की कहानी। लेकिन आपसे दरख्वास्त है कि हमने दूसरी भी कहानियां लिखी है उसे भी आप एकबार जरूर पढ़ें।

यह भी पढ़ें- Chhote Bacchon Ki Kahani

Sher Wali Kahani | चालाक खरगोश और मूर्ख शेर की कहानी

एक मूर्ख शेर की कहानी | Murkh Sher Ki Kahani

एक बहुत बड़ा जंगल था। उसमें बहुत सारे जानवर रहते थे। जंगल मे एक शेर भी रहता था। दूसरे जानवर उसे मूर्ख शेर कहकर बुलाते थे। क्योंकि उसे सभी लोग मूर्ख बनाकर चले जाते थे।

जब भी वो कोई शिकार करता तो उसको वो 3 से 4 दिनों तक रखता था। क्योंकि रोज वो शिकार करने में कामयाब नही होता था। क्योंकि जब भी वो कोई शिकार पकड़ता तो वो शिकार उसे किसी ना किसी तरीके से मूर्ख बनाकर हाथ से निकल ही जाता था।

बहुत दिनों बाद जैसे तैसे उसने एक हिरण को पकड़ा। वो उसे मारने ही वाला था कि वो हिरण कहने लगी के मेरे छोटे छोटे चार बच्चे है। अगर आप मुझे मार डालोगे तो उनको खाना कौन खिलायेगा।

अगर उनको खाना नही मिला तो वो मर जाएँगे। और अगर आप मुझे छोड़ देते है तो कुछ ही दिनों में वो बड़े हो जाएंगे। और आपको और चार शिकार मिल जाएंगे। लेकिन अगर आप मुझे मार डालोगे तो आपको सिर्फ एक शिकार मिलेगा और चार शिकार आप गवा दोगे।

ये सुनकर शेर सोच में पड़ गया। उसे हिरण की बात सच लगी। तो उसने हिरण को छोड़ दिया। इसी तरह सभी शिकार उसे किसी ना किसी तरह मूर्ख बनाके चला जाता था।

मूर्ख शेर फिर से शिकार की खोज में निकल पड़ा। उसके पास खाना नही बचा था इसलिए उसे एक शिकार की बहुत जरूरत थी। अब शाम हो गयी थी। शेर को जोर से भूख लगी थी।

अब शेर को एक खरगोश दिखाई देता है। शेर दौड़के उसे पकड़ लेता है। लेकिन खरगोश शेर को कहने लगता है कि में तो अभी बच्चा हूँ। सिर्फ इतने से मांस से आपका पेट नही भरेगा। खरगोश कहता है कि वो किसी दूसरे बड़े जानवर वो किसी भी तरह उसके पास ले आएगा।

शेर फिर से सोच में पड़ जाता है। और सोचता है कि इस खरगोश की बात सही है। इससे मेरा पेट नही भरेगा। मुझे इसपे विश्वाश करना चाहिए। जब वो बड़ा शिकार लाएगा तो वो उसपे हमला करके मार डालेगा।

लेकिन अब वो सोचता है कि अब मुझे बहुत भूख लगी है। अब जो शिकार आएगा उसे वो तुरंत मार के खा जाएगा। उसकी एक बात भी नही सुनेगा। शेर उस खरगोश पे विश्वाश करके उसे छोड़ देता है और कहता है कि उसके लिए कोई बड़ा शिकार ले आये।

यह भी पढ़ें- Cartoon Story in Hindi

अब रात हो जाती है। शेर वहाँ इंतजार करके थक जाता है। लेकिन वहा कोई नही आता। शेर समझ जाता है कि उस खरगोश ने उसे मूर्ख बनाया है। अब शेर अपने घर वापस चला जाता है।

अब सुबह वो उठता है। उठते ही वो शिकार करने चला जाता है। उसे अब लगता है कि अगर उसे आज कोई शिकार नही मिला तो वो मर जायेगा।

कुछ देर चलने के बाद वो देखता है कि एक बकरी का बच्चा वहाँ खड़ा है। उसे रस्सी से बांधा हुआ होता है। शेर बिना सोचे उसपे कूद पड़ता है। और बड़े से गढ़े में गिर जाता है।

वो गड्ढा शिकारियों ने शिकार को फसाने के लिए बनाया होता है। शेर को गड्ढे में देख वो लोग उसे निकालकर शहर ले जाते है। अब शेर पिंजरे में कैद रहता है।

Moral- एकबार मूर्ख बने लेकिन बार बार नही।

इसे भी पढ़ें- Animation Story in Hindi

आखरी शब्द
आज हमने आपको मूर्ख शेर की कहानी शुनायी। आपको ये sher wali kahani कैसी लगी हमे नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।

Share on:

Leave a Comment